Friday 8 March 2013

शिव पूजन में फूलों का महत्व

शिवपुराण की रुद्रसंहिता के अनुशार विभिन्न फूलों का प्रयोग कर यदि साधारण से साधारण मनुष्य भी थोडे से विधि-विधान से भगवान शिव का पूजन करले तो उसे मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो जाती हैं।

जो व्यक्ति लाल व सफेद आंकड़े (आर्क) के फूल से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे भोग व मोक्ष की प्राप्ति होती हैं।
जो व्यक्ति चमेली के फूल से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे उत्तम वाहन सुख की प्राप्ति होती हैं।
जो व्यक्ति अलसी के फूल से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे भगवान श्री हरी विष्णु का आशिर्वाद प्राप्त होता हैं।
जो व्यक्ति शमी पत्रों से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती हैं।
जो व्यक्ति बेला के फूल से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे उत्तम पत्नी की प्राप्ति होती होती हैं यदि कोई कन्या बेला के फूल चढाती हैं तो उसे उत्तम पति कि प्राप्ति होती हैं, अर्थातः विवाह से संबंधित बाधाएं दूर होती हैं।
जो व्यक्ति जूही के फूल से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसके घरमें अन्नपूर्णा का वास होता हैं उसे अन्न का अभाव नहीं होता हैं।
जो व्यक्ति कनेर के फूल से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे उत्तम वस्त्र इत्यादी की प्राप्ति होती हैं।
जो व्यक्ति हरसिंगार के फूल से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे सुख-सम्पत्ति की प्राप्ति एवं वृद्धि होती हैं।
जो व्यक्ति धतुरे के फूल से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे उत्तम संतान की प्राप्ति होती हैं।
जो व्यक्ति डंठलवाले धतूरे से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे शुभ फलो की प्राप्ति होती हैं।
जो व्यक्ति हरी दुर्वा से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे दीर्धायु प्राप्त होती हैं।
जो व्यक्ति तुलसीदल से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे भोग एवं मोक्ष की प्राप्ति होती हैं।
जो व्यक्ति कमल के फूल से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे लक्ष्मी प्राप्ति होती हैं।
जो व्यक्ति बिल्वपत्र से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे धन, ऎश्वर्य की प्राप्ति होती हैं।
जो व्यक्ति शतपत्र से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे आर्थिक लाभ होता हैं।
जो व्यक्ति शंखपुष्प से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे धन की प्राप्ति होती हैं।
जो व्यक्ति सफेद कमल के फूल से भगवान शिव का पूजन करता हैं, उसे भौतिक सुख एवं मोक्ष की प्राप्ति होती हैं।

विशेष: शास्त्रोक्त मत से मनोकामना पूर्ति हेतु यदि संबंधित फूलों को एक लाख या सवा लाख की संखाया में शिवजी चढ़ाया जाए तो शीघ्र एवं उत्तम मनोनुकूल फल प्राप्त होते हैं। भगवान शिव के पूजन हेतु चम्पा एवं केवडे, केतकी के फूल निषेध मानेगएं हैं अन्य शेष सभी फूल शिव पूजन हेतु प्रयोग किये जा सकते हैं।

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